करहुं प्रणाम जोरि जुग पानी
बिसवां -सीतापुर/राम-जानकी मंदिर रामा भारी में पांच-दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। आगामी 22 अगस्त तक चलने वाली इस भागवत कथा का आयोजन श्रीराम-जानकी मंदिर नवयुवक सेवा समिति द्वारा किया गया है। कथा का प्रारंभ कथावाचक कन्हैयालाल शास्त्री के द्वारा हवन पूजन व कलश स्थापना तथा भजन कीर्तन से हुआ। उन्होंने कथा व सत्संग के महत्व को दर्शाते हुए कहा " सत संगति महिमा नहिं गोई। राम कृपा बिनु सुलभ न सोई।। कथा सुनने का अवसर व सौभाग्य भगवान की कृपा से ही प्राप्त होता है। जो बन्धु भगिनी कथा में उपस्थित हुए हैं वे सब भगवान के कृपा प्राप्त है तभी वे सांसारिक आकर्षणों को त्याग कर यहां कथा श्रावण करने हेतु पधारे हैं।
भागवत कथा सुनाते हुए साध्वी मनोरमा शास्त्री ने कहा " सियाराम मय सब जग जानी। करहुं प्रणाम जोरि जुग पानी।। हम सब मे जगज्जननी सीता और जगत्पिता श्रीराम का अंश विराजमान हैं। हम सब आपस के भेदभाव मनमुटाव जाति वर्ग संप्रदाय- गत विषमताओं को भूलकर परस्पर सामंजस्य व प्रेम का वर्ताव करें तभी हम सब का हमारे राष्ट्र का और संपूर्ण विश्व का कल्याण होगा। तभी तो कहा गया है रामहिं केवल प्रेम पियारा।जानि लेव जिन जान निहारा।। इसे ध्यान में रखकर हमें परस्पर व्योहार करना चाहिए।
कथा में वादक कलाकार ढोलक मास्टर सरोज कुमार, आर्गन वादक लवकुश शास्त्री झीका वादक प्रेमकुमार ने वातावरण को संगीतमय बनाये रखा। कथा की व्यवस्था में पुजारी रामनरेश मौर्य, अनिल मौर्य, दीपू मौर्य, मोनू मौर्य, रमेश चंद्र मौर्य मुन्ना, उमाकांत मौर्य, रितिक मौर्य,सचिन मौर्य , राजाराम जायसवाल, राहुल मौर्य व देवानंद शर्मा का सहयोग उल्लेखनीय है।